शनिवार, 30 मई 2009

MERI AWAJ SUNO एक राजनेता पाँच साल में कैसे करोणोंका मालिक हो जाता है?

लोक सभा चुनाव बीते अभी महीने भर भी नही हुए है, इस लिए लोगों के जेहन में इन नेताओ के दिए हुए सम्पति सम्बन्धी शपथपत्र की यादें अभी ताजा है। जिन भी विधायकों और सांसदों ने पर्चा भरा उनमे से ज्यादातर की सम्पति करोणों में थी, जब यहियो राजनेता पाँच साल पहले चुनाव् लादे थे तब से इनकी सम्पतियों में ब्यापक इजाफा हुआ है। अतः यह प्रश्न उठाना स्वाभाविक है की इन पाँच सालो में कुबेर जी ने वह कोण सा करू का खजाना इनके लिए खोल दिया जो आम जनता के लिए हमेशा सपने जैसा और रहस्यमय होता है।
यदि एक सांसद के मासिक भत्ते और अन्य सुविधाओं परनजर डाली जे तो वह लगभग एक लाख रूपये महीने आती है यानि एक साल में साथ लाख रूपये । इस हिसाब से पाँच सालों में कुल प्राप्ति लगभग तीन करोण रूपये की ही हुयी। फ़िर इन नेताओं के पास वो कौन सी जादू की छारी है की पाँच साल बाद इनकी घोषित कमाई पांच करोण से उपर की हो जाती है। अघोषित की बात न ही करे तो ज्यादा अच्छा ।
नेताजी लोगों , क्या आम जनता को भी इस जादू के छडी का राज बताएँगे?

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